मदिरा मानव और समाज के लिये एक अभिशाप....
मदिरा मानव और समाज के लिये एक अभिशाप.... हमारे देश का अतीत गौरवशाली रहा है लेकिन वर्तमान में आडंबर व दिखावा हावी होता जा रहा है l जिसमें देश की आवाम पिसती जा रही है l जिस प्रकार राजस्व के लिए सरकारों ने जगह-जगह शराब की दुकानें खुलवा रखीं हैं , उस पर भी चिंता करने की आवश्यकता है। जब तक सरकारों की मौजूदा नीतियां कायम रहेंगी , तब तक शराब की लत की चपेट में आने से लोगों को नहीं बचा सकते l अगर हर गलीनुक्कड़ पर शराब की दुकानें खोल देंगे , तो लोग ज्यादा सेवन करेंगे ही l इस दिशा में जागरूकता लाने के लिए “ शराबबंदी संघर्ष समिति ” संयुक्त रूप से प्रयास कर रही है l वर्षों से समाज को अपना उल्लेखनीय योगदान देने वाले “ शराबबंदी संघर्ष समिति ” के अध्यक्ष जनाब मुर्तजा अली की सेवा प्रंशसनीय और अनुकरणीय है l “ शराबबंदी संघर्ष समिति ” की हमेशा यही कोशिश रही है कि और व्यापक रूप से समाज को अपनी सेवाएं दें सकें l अगर ध्यान दिया जाये तो मोदी सरकार ने देशहित में कई अहम निर्णय लिये हैं पर शराबबंदी से सम्बन्धित कोई ठोस निर्णय नहीं लिया l लेकिन जो देशहित में निर्णय लिए गये उन निर्णयों का...