Posts

Showing posts from 2013

सोशल साइटों पर बेहूदी अफवाह ....

Image
सोशल साइटों पर बेहूदी अफवाह .... फेसबुक सहित कई ब्लॉग साइट पर एक अफवाह तेजी से फैली हुई है कि एक जनवरी 2014 से नोट पर कुछ भी लिखा होने पर बैंक जमा नहीं करेंगे.  लेकिन ये सरासर झूठ है. आरबीआई की एक रिपोर्ट के तहत अब यह झूठ सामने आ गया है. देखा जाये तो गलत सूचना और झूठी अफवाह के लिए बुरी तरह बदनाम सोशल मीडिया ने अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को अपना निशाना बनाया है.  गौरतलब है कि 1 जनवरी से लिखे हुए नोट बाजार में न चलने की अफवाह पर 14 अगस्त को जारी किए गए एक सर्कुलर में आरबीआई ने सभी बैंकों को निर्देश दिया था कि क्लीन नोट पॉलिसी के तहत अगर किसी बैंक के पास कोई ऐसा नोट आता है , जिसपर कुछ लिखा है. तो बैंक उस नोट को किसी भी ग्राहक को नहीं देंगे और ग्राहक को नया नोट इश्यू करेंगे . रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया , लखनऊ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात को खारिज करते हुए कहा है कि एक जनवरी के बाद भी लिखे हुए नोट बैंकों द्वारा स्वीकार किए जाएंगे और उनका मूल्य भी बरकरार रहेगा. आरबीआई ने लिखे हुए नोटों पर रोक लगाने के लिए कोई भी सर्कुलर किसी बैंक को नहीं भेजा है . आरबीआई के अधिकारी के मुताब

चक्रवाती तूफान 'लहर' आंध्र में कहर मचा सकता है

Image
चक्रवाती तूफान ' लहर ' आंध्र में कहर मचा सकता है खतरनाक चक्रवाती तूफान ' लहर ' आज आंध्र प्रदेश पहुंच सकता है. यह चक्रवात कुछ ही घंटों में तटीय आंध्र में दस्तक देकर भारी तबाही मचा सकता है.   इस बीच , दिल्ली से मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान ' लहर ' मछलीपट्टनम से 650 किलोमीटर ईस्ट-साउथईस्ट और काकीनाडा से 600 किलोमीटर ईस्ट-साउथईस्ट की दूरी पर स्थित है और गुरुवार को उसके आंध्र तट पर पहुंचने की आशंका है . एम. महापात्र , साइंटिस्ट (साइक्लॉन वॉर्निंग) के अनुसार यह ' अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान ' है , जिसमें हवाएं 140-150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही हैं . महापात्र ने कहा कि गुरुवार को जब यह काकीनाडा के निकट आंध्र तट पर पहुंचेगा , तो इसकी रफ्तार बढ़कर 150-160 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी . ' लहर ' के कहर से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने चार हेलिकॉप्टर मंगवाएं हैं और नैशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स की अतिरिक्त टीमों का भी अनुरोध किया है. चक्रवात ' लहर &

मौत की खामोश दस्तक / जापानी इंसेफेलाईटिस यानि दिमागी बुखार

Image
मौत की खामोश दस्तक / जापानी इंसेफेलाईटिस यानि दिमागी बुखार उत्तर-प्रदेश के पूर्वांचल में जापानी इंसेफेलाईटिस का कहर इस साल भी बदस्तूर जारी है. पूर्वांचल में तीन दशक से अपना पाँव पसार चुकी जापानी इंसेफेलाईटिस यानी दिमागी बुखार जिसने अब तक हजारों माताओं की गोद सूनी कर दी है और न जाने कितने अनगिनत घरों के आँगन की खिलखिलाहटों को हमेशा के लिए खामोश कर दिया है. यहाँ हजारों मासूम कुदरत के इस कहर से असमय ही काल के गाल में समा गए हैं. मेडिकल कालेज में भर्ती मासूमो को गौर से देखें तो मौत के मुहाने पर खड़े इन मासूमो के आँखों से निकलते आंसू इस बात की चीख-चीख कर गवाही दे रहे है , कि ये मासूम अभी जीना चाहते है. लेकिन स्वाइन फ्लू जैसे बुखार को अभियान की तरह रोकने की कोशिश करने वाली सरकार पिछले कई समय से इस दिमागी बुखार की जड़ को समाप्त नहीं कर पा रही है. देखा जाए तो बी०आर०डी० मेडिकल कालेज में भर्ती हजारों मासूम अपनी जिन्दगी से लड़ रहे हैं. लोग दहशत और बेबसी में जीने को मजबूर है ये कालेज गवाह है उन मासूमों का जो इस बीमारी से तड़फ –तड़फ कर दम तोड़ रहे हैं. कितनी माताओं की चीखे रोज इन मासू

सूबे सहित अन्य चार राज्यों की सीमाएं होंगी सील...

Image
सूबे सहित अन्य चार राज्यों की सीमाएं होंगी सील... आज एडीजी/आइजी कानून-व्यवस्था राजकुमार विश्वकर्मा ने एनेक्सी के मीडिया सेंटर में पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में 11 व 19 नवंबर , मध्यप्रदेश में 25 नवंबर , राजस्थान में एक दिसंबर और दिल्ली में चार दिसंबर को मतदान है. और इसीलिए आयोग की गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए राज्य सरकार ने सीमा पर पड़ने वाले चार राज्यों छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश , राजस्थान और दिल्ली की सीमा मतदान के 48 घंटे पहले सील करने की तैयारी कर ली है. देखा जाए तो पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर सूबे में सतर्कता बढ़ गयी है. यहां के बार्डर पर बैरियर तैयार कर लिए गये हैं. चुनाव को मद्देनजर रखते हुए यहां सभी संबंधित इलाकों में शराब की बिक्री पर भी रोक लगा दी जायेगी और उसी दिन से ड्राई डे रहने के कारण बार्डर पर शराब की कोई दुकान नहीं खोली जायेगी. अवैध शराब , अवैध शस्त्र फेक करेंसी पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिए गये हैं. बार्डर के जिलों के पुलिस अधीक्षक जिन गांवों के लोगों का शस्त्र जमा कराने को कहेंगे , उनके शस्त्र जमा कर लिए जायेंगे. फर्जी सिम

हसरत है कि वो देखे एक हसरत भरी निगाह से....

Image
हसरत है कि वो देखे एक हसरत भरी निगाह से न जाने क्यों आज एहसास हों रहा है कि किसी बेबसी के तहत हमारा रिश्ता कराह रहा है न जाने कब से यही सोचती हूँ हर सुबह, हर शाम, हर पल तुम्हें याद न करूँ लेकिन अपने वादे पे कायम रहने की नाकाम सी कोशिश और रात होते ही नींद के आगोश में अपने ही ख़्वाबों को दरकिनार कर तेरे खवाबों की तह सी बिछाते हुए मेरे एहसास एक अनछुई कोपल से पनपने लगते हैं   और मैं उन सपनों में अथाह गोते लगाते हुए उस पायल की झंकार को महसूस करती हूँ जो तुमने पायल मुझे दी थी वैसे हमने एक बात छुपाई थी आपसे. आपकी दी हुई पायल के घुंघरू टूटकर तो बहुत पहले ही मधुर ध्वनी देना छोड़ चुके थे. और हाँ उन दिनों मुझे भी कहाँ पता चला था कि तेरी प्रीत की चटख का. तुमेह तो पता ही न चला क्योंकि मेरे घुंघरू की खनक तो आप तक वैसी ही पहुँच रही थी जैसे अभी आज ही पहनी हो क्योंकि मैंने तुम्हे कभी महसूस ही नही होने दिया. कि मुझे पता है कि तुम उस पायल के घुंघरू तुमने किसी और के पैरों में संवार दिए थे पर मैंने तो पाने और गंवाने की हर कोशिश तेरे नाम लिख दी थी. जलते-जलते भी यूँ तमाम उम्र तेरे नाम लिख दी थी

जरा सोचिये... ये क्या कर सकते है ये तो हमसे भी ज्यादा लाचार हैं....(सच का आइना)

Image
जरा सोचिये ... ये क्या कर सकते है ये तो हमसे भी ज्यादा लाचार हैं... . ये हैं राहुल ये हमारे देश के भावी प्रधानमंत्री है जो पिछले आठ दिनों से स्पेन में गुलछर्रे उड़ा रहे थे और आज इनको सुध आई है कि इनके देश में आई विपदा के मारे कितने व्यथित और लाचार लोगों को इतनी मुसीबतों का सामना करना पड़  रहा है. उत्तराखंड की सरकार और देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पिछले दिनों गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को हवाई सर्वे तक सीमित रखा था। शिंदे ने मुख्यमंत्री बहुगुणा को छोड़कर किसी भी वीआईपी को आपदा प्रभावित इलाकों में न जाने की सलाह दी थी। उन्होंने मोदी का नाम लिए बिना कहा था कि किसी मुख्यमंत्री को तो छोड़िए देश के गृहमंत्री को भी प्रभावित क्षेत्रों में लैंड करने की इजाजत नहीं है। रेणुका कहती है की वो कांग्रेस उपाध्यक्ष के नाते गये हैं लेकिन मैं कहती हूँ कि देश की जनता राहुल से ये सवाल पूछ रही है कि वो अभी तक कहाँ थे ? राहुल आखिर क्या साबित करना चाह रहे है ?   क्या राहुल के दौरा करने से लोगो की मुसीबते कम हो जायेगी ? मैने देखा है न्यूज में आधी से जायदा सिक्योरिटी तो राहुल की रक

प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखा रही है.....{ सच का आइना }.

Image
प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखा रही है.....{ सच का आइना }... मॉनसून अभी ठीक तरह से शुरू भी नहीं हुआ है कि देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में अब तक की सबसे बड़ी बाढ़ का   खतरा पैदा हो गया है. दिल्ली में आने वाली बाढ़ सारे आगे पीछे के रिकॉर्ड ध्वस्त कर सकती है. हथिनी कुंड बैराज से सोमवार सुबह इतना पानी छोड़ा गया है , जितना पिछले 100 साल के दौरान कभी नहीं छोड़ा गया. आशंका बताई जा रही है कि परसों रात से दिल्ली में बाढ़ का गंभीर संकट शुरू हो जाएगा. खास बात यह है कि दिल्ली में कंट्रोल रूम के दोनों नंबर 011-220512324 व 011-23861837 ' डेड ' पड़े हैं.... और मंत्री विदेश में है. देखा जाये तो बाढ़ को लेकर बनाए गए 24 घंटों के कंट्रोल रूम ने अभी तक काम करना शुरू नहीं किया है , जबकि सरकार ने 10 दिन पहले दावा किया था कि इन्हें चालू कर दिया गया है.   दिल्ली भी बारिश के लिये अभी तैयार नही है , ना नालों की सफाई का काम पूरा हुआ है ना ही सड़कों को ठीक किया गया है , अभी तक एमसीडी सड़कों पर तोड फोड़ करने में लगी है जब की बारिश के बारे में पहले से बताया जा रहा है . दिल्ली में भ

आप चाहे कितने भी ईमानदार हो पर दुनिया आपकी एक गलती के इन्तजार में..{सच का आइना}...

Image
आप चाहे कितने भी ईमानदार हो पर दुनिया आपकी एक गलती के इन्तजार में.... . . बॉक्स...... भाजपा में सबको बैठे-बैठे प्रधानमंत्री बनना है. देखा जाये तो ऐसे नेता भाजपा के ताबूत मे कील का काम कर रहे है.......... गोवा में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी चुनाव समिति की कमान सौंप दी गई है। ऐसा तब है जब बीजेपी के सबसे बड़े नेता लालकृष्ण आडवाणी जो अपनी उम्र के  85  वें साल में हैं ,  इस फैसले से बेहद नाराज हैं. आज ऐसी स्थिति है कि आडवाणी खुद को भाजपा से अलग-थलग महसूस कर रहे हैं. अडवानी के करीबी सूत्रों का कहना है कि उनकी नाराजगी को कोई ठन्डे दिमाग से समझने के लिए तैयार ही नही है. सूत्रों की माने तो आडवाणी पार्टी के हितों को लेकर ही नरेंद्र मोदी पर इतना सख्त हैं. आडवाणी का मानना है कि यदि नरेंद्र मोदी को इलेक्शन कमिटी का चीफ और फिर  2014  के आम चुनाव के लिए प्रधानमंत्री प्रत्याशी घोषित किया जाता है तो बीजेपी की कांग्रेस के खिलाफ सारी रणनीति पानी में मिल जाएगी। आडवाणी का मानना है कि बीजेपी का चुनावी कैंपेन के दौरान ज्यादा वक्त नरेंद्र मोदी की सेक्युलर इमेज पर सफाई दे

आतंकवाद के सामने हमारी सरकार बेबस और असहाय क्यों?{सच का आइना}...

Image
आतंकवाद के सामने हमारी सरकार बेबस और असहाय क्यों?{सच का आइना}.... बॉक्स.......क्यों आतंकी हमलों के बाद सरकार अपना पूरा ध्यान पकिस्तान के आतंकी संगठनों पर लगा देती है ? सरकार ये क्यों नही सोचती कि इस तरह के आतंकी हमले स्थानीय सहयोग के बिना संभव नहीं हो सकते...............   आतंकी दिन प्रति दिन सीधे भारत की आत्मा पर ही हमला कर रहे है आतंकवाद के इस भयानक तरीके ने दुनिया भर को हिला कर रख दिया है. क्या आतंकवाद का कोई रंग होता है ? क्या कोई जाति या विशेष धर्म या मजहब होता है ? जब भी किसी आतंकी ने आतंक फैलाया तो पूरी दुनिया गवाह बनी है खून से सने फर्श पर बिखरे काँच और मासूम लोगों की लाशों के बीच होती गोलियों की बौछार की , बम के धमाकों की, धुंएँ से उठी धुंध की, बदहवासी में जान बचा कर भागते लोगों की, चारों ओर चीख पुकार की आवाजें, दर्द से कराहते लोग और सीमित हथियारों पर अदम्य हौसले से आतंकी हमले का मुकाबला करते सुरक्षाकर्मी. देखा जाए तो जेहाद के नाम पर ये दहशतगर्द देश की शान्ति को भंग करने के साथ-साथ मासूम लोगों की जानें लेते हैं. कल्पते-बिलखते मानव और विस्फोट के बाद उड़