चक्रवाती तूफान 'लहर' आंध्र में कहर मचा सकता है
चक्रवाती तूफान 'लहर' आंध्र में कहर मचा सकता है
खतरनाक चक्रवाती तूफान 'लहर'
आज आंध्र प्रदेश पहुंच सकता है. यह चक्रवात कुछ ही घंटों में तटीय
आंध्र में दस्तक देकर भारी तबाही मचा सकता है.
इस
बीच, दिल्ली से मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान 'लहर'
मछलीपट्टनम से 650 किलोमीटर
ईस्ट-साउथईस्ट और काकीनाडा से 600 किलोमीटर ईस्ट-साउथईस्ट
की दूरी पर स्थित है और गुरुवार को उसके आंध्र तट पर पहुंचने की आशंका है. एम. महापात्र,
साइंटिस्ट (साइक्लॉन वॉर्निंग) के अनुसार यह 'अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान' है, जिसमें हवाएं 140-150 किलोमीटर प्रति घंटे की
रफ्तार से बह रही हैं. महापात्र ने कहा कि गुरुवार को जब यह काकीनाडा के निकट आंध्र तट पर
पहुंचेगा, तो इसकी रफ्तार बढ़कर 150-160 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी.
'लहर' के कहर से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने चार हेलिकॉप्टर मंगवाएं हैं और नैशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स की अतिरिक्त टीमों का भी अनुरोध किया है. चक्रवात 'लहर' के प्रकोप से बचाने के लिए राज्य के तटीय जिलों से तकरीबन ढाई लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना है. अभी तक हजारों लोगों को सेफ जगहों पर पहुंचाया जा चुका है. इस चक्रवात से फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। बिजली सप्लाई और टेलिकम्यूनिकेशन लाइन के साथ-साथ रेल और रोड ट्रैफिक भी बाधित हो सकते हैं. मौसम विभाग ने मछली पकड़ने पर रोक लगाते हुए समंदर में मौजूद मछुआरों से कहा है कि वे किनारों पर लौट आएं.
अफसरों ने बताया कि तटीय आंध्र के एलुरु, काकीनाडा, राजामुंदरी और विशाखापट्टम के चार अहम स्थानों पर तैनाती के लिए सेना की चार टुकडियां मंगाई गई हैं. सेना की टीम के पास किसी पीड़ित के इलाज समेत विभिन्न कामों के लिए उपकरण होंगे. राज्य सरकार ने पहले ही तटीय जिलों के कलेक्टरों को कंट्रोल रूम खोलने, अफसरों के निगरानी दल बनाने, खाना और दवाएं जैसी जरूरी चीजों का स्टॉक करने के साथ ही पीने के पानी की सप्लाई का इंतजाम करने के आदेश जारी कर दिए हैं........
'लहर' के कहर से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने चार हेलिकॉप्टर मंगवाएं हैं और नैशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स की अतिरिक्त टीमों का भी अनुरोध किया है. चक्रवात 'लहर' के प्रकोप से बचाने के लिए राज्य के तटीय जिलों से तकरीबन ढाई लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना है. अभी तक हजारों लोगों को सेफ जगहों पर पहुंचाया जा चुका है. इस चक्रवात से फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। बिजली सप्लाई और टेलिकम्यूनिकेशन लाइन के साथ-साथ रेल और रोड ट्रैफिक भी बाधित हो सकते हैं. मौसम विभाग ने मछली पकड़ने पर रोक लगाते हुए समंदर में मौजूद मछुआरों से कहा है कि वे किनारों पर लौट आएं.
अफसरों ने बताया कि तटीय आंध्र के एलुरु, काकीनाडा, राजामुंदरी और विशाखापट्टम के चार अहम स्थानों पर तैनाती के लिए सेना की चार टुकडियां मंगाई गई हैं. सेना की टीम के पास किसी पीड़ित के इलाज समेत विभिन्न कामों के लिए उपकरण होंगे. राज्य सरकार ने पहले ही तटीय जिलों के कलेक्टरों को कंट्रोल रूम खोलने, अफसरों के निगरानी दल बनाने, खाना और दवाएं जैसी जरूरी चीजों का स्टॉक करने के साथ ही पीने के पानी की सप्लाई का इंतजाम करने के आदेश जारी कर दिए हैं........
सुनीता दोहरे .......
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