''जनप्रसून समाचार पत्र ''
महिला राष्ट्रपति तथा किन्नर अधिकारों की मांग जैसे मुद्दों पर ऐतिहासिक सफलता अर्जित कर ख्याति प्राप्त `हवन` संस्था द्वारा गठित `वीरांगना बुन्देलखण्ड रेजीमेंट` की (केन्द्रीय प्रमुख्य) श्री मती सुनीता दोहरे से ''जनप्रसून समाचार पत्र '' के विशेष संवाददाता के साथ हुई बातचीत के अंश ..................( झांसी ब्यूरो )
विशेष संवाददाता.....प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के आंदोलन के लिए बुन्देलखण्ड में अनेक संगठन संघर्षशील हैं फिर एक नए संगठन के गठन की आवश्यकता क्यों महसूस हुई ?
सुनीता दोहरे ....914 ई० से अस्तित्व में आया बुन्देलखण्ड वीरांगनाओं की गौरव गाथाओं से जाना जाता है इसके बावजूद यहाँ नारी शक्ति हाशिए पर थी
अतः नारी शक्ति को वजूद में लाने लिए ही वीरांगना बुन्देखण्ड का गठन किया गया ये महिलाओं का एकमात्र पहला संगठन है जिसकी सारी संस्थागत शक्तियों की स्वामी महिलाए ही होंगी !
विशेष संवाददाता ....रेजीमेंट शब्द किस ओर इशारा करती है ?
सुनीता दोहरे ....हमारे नेता सुभास चन्द्र बोस द्वारा रानी झांसी रेजीमेंट का गठन किया गया था अतः रेजीमेंट शब्द बहुत ही ऐतिहासिक शब्द है .
विशेष संवाददाता---आपको क्या लगता है कि कब तक बुन्देलखण्ड अलग राज्य का गौरव हासिल कर लेगा ?
सुनीता दोहरे ....इस सवाल का जवाब आपको भारत सरकार तथा उत्तर-प्रदेश व मध्य-प्रदेश की सरकार से पूछना चाहिए .
विशेष संवाददाता....बुन्देलखण्ड की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार है ?
सुनीता दोहरे ....यकीनन भारत सरकार .
विशेष संवाददाता....लेकिन भारत सरकार ने तो बुन्देलखण्ड की बदहाली दूर करने के लिए अनेक पैकेज दिए हैं ?
सुनीता दोहरे--हाँ लेकिन पैकेज तो पैबंद के समान होते हैं विशेष परिस्थितियों की बात अलग है .
विशेष संवाददाता---रेजीमेंट किस प्रकार काम करेगी ?
सुनीता दोहरे----“ वीरांगना बुन्देलखण्ड रेजीमेंट ” पृथक राज्य निर्माण की मांग करने वाले सभी संघर्षशील संगठनों से मिलकर उनके साथ वैचारिक तालमेल बनाने का काम करेगी हम सभी संगठनों को साथ में लाकर काम करना चाहते हैं हमारी लड़ाई हमारा लक्ष्य एक है तो फिर हम क्यों अलग-अलग लड़कर अपनी लड़ाई छोटी व ताकत हीन करें हमारा प्रयास होगा की सभी संगठनों का एक साझा मंच तैयार हो और हम हर स्तर पर सहयोग कर एक दूसरे संगठन को ताकत प्रदान कर सकें ये लड़ाई अगुआ की नहीं बल्कि एकता की है “ वीरांगना बुन्देलखण्ड रेजीमेंट ” राज्य निर्माण के आंदोलन में वीरांगनाओं की भागीदारी बढाने हेतु एक बड़ा जागरण आभियान चलाएगा ये महिला महाविद्यालयों , नगर व देहातों में संपर्क कर आम नारी में भी जागृति लाने का काम करेगा जिस जनपथ में जो भी संगठन पृथक राज्य की मांग को लेकर संघर्षशील व सक्रिय हैं उस जनपथ में हम उस संगठन के सहयोग से स्वयं मेरे नेतृत्व में वीरांगनाओं का एक-एक दिवसीय धरना एवं केन्द्र व राज्य सरकारों को पृथक राज्य निर्माण की आष्य की मांग का ज्ञापन सक्षम अधिकारी के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री व राज्य के मुख्यमंत्रियों को प्रेषित किया जायेगा !
विशेष संवाददाता --आप जनप्रसून समाचार पत्र के माध्यम से बुन्देलखण्ड की जनता को क्या सन्देश देना चाहेंगी ?
सुनीता दोहरे---बढ़ो आगे करो रौशन , चिताओं को चिताओं से , अथारत दोस्तों कोई भी कुर्बानी नहीं जाती…..
`जय जय बुन्देलखण्ड`
सुनीता दोहरे
( केन्द्रीय प्रमुख्य )
वीरांगना बुन्देलखण्ड रेजीमेंट
सुनीता दोहरे
( केन्द्रीय प्रमुख्य )
वीरांगना बुन्देलखण्ड रेजीमेंट
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